हाँ, ये दो शब्दों की मीठी कहानी,
जब तक सांसें रहेंगी, रहेगी जवानी।
भूल नहीं पाऊँगा वो अधूरे लम्हे,
अब जो लौटें नहीं, बस ख्वाबों में रह लें।
वो तेरी हँसी, वो तेरी अदाएँ,
दिल को सुकून दें, चुपके से बहलाएँ।
तू दूर सही, पर पास है हर पल,
तेरी यादें हैं मेरी हर धड़कन में हलचल।
चमके हैं तारे, मगर रात अधूरी,
तेरे बिना लगे ये दुनिया भी अधूरी।
चाहत की आग में जलता है दिल,
तू लौट आए, तो हो जाए सब हासिल।
तेरे आने का अब बस ख्वाब देखूँ,
तेरी राहों में हर साँस पे ठहरूँ।
तू मेरी धड़कन, तू मेरी कहानी,
जब तक सांसें रहेंगी, तू रहे रवानी।
जी आर कवियूर
31-12-2024