Friday, September 30, 2022

जंग जिंदगी का (गजल)

जंग जिंदगी का (गजल)
जी.आर.कवियूर

नजर से नजर मिली...
मिली आसमान सागर से.
 मिला सागर शोर से....
सांस सांस से मिली
मिली तेरे मेरे संसार से.

हाय यह घायल दिल को..
समझाऊं कैसे.
हाय घायल दिल को 
समझाऊं कैसे..
संभलते.संभलते.
रह गई डगर पर

मीठी-मीठी सपने..
साकार होगा कैसे.
तुम ना मिली तो.
होगा कैसे यह प्यार.
आओ सनम.
मिलजुल जाए.
और नहीं हो सकती..
ऐलाने.जंग जिंदगी का

जी.आर.कवियूर
30 09 2022

खामोशियों का सुख (गजल)

खामोशियों का सुख (गजल)
जी.आर.कवियूर


तेरी अरमानों के लिए..
करता हूं पूजा.
बेबस दिल की मुरादे  पूरा हो.
यही रही मेरी दुआएं.

जहां कहीं हो तू.
खुश रहे हमेशा.
दुआ है और क्या मांगू.
मांग पर सिंदूर रहे हमेशा.

मीठे हर दुख तेरा.
 और तेरी याद
हमारे साथ रहे

सुखचैन पर प्ले.
हमेशा साथ रहे.
खामोशियों का.
सुख पर मैं  जीता रहा हूं.

01 10 2020

Wednesday, September 28, 2022

थक गया हूं. (गजल)



थक गया हूं. (गजल)

तुम्ही ने हमको याद किया है.
कितना भी  रोए  दिल बार-बार.
कैसे कहूं.किसको कहूं.वेदना.
राह देख देख कर आंखें बरआई.

अरे क्यों तू नहीं आई.
इस कदर क्यों हमको.
तड़पाती हो तुम क्यों.
जिंदगी की इस दौड़ पर.

थक गया हूं मैं.और हमसे.
इंतजार नहीं हो सकती है.
जाओ बाहों में.तरसती है.
दिल बार बार.

आखिर यह जिंदगी कितनी
 छोटी है.
तुम्हें मालूम भी होना चाहिए
मगर तुम क्यों नहीं आई.
वक्त और नहीं है समझो.
समझौता कर लो अबभी.

जी.आर.कवियूर
29 09 2022

Saturday, September 24, 2022

मेरे यारा.(गजल)

मेरे यारा.(गजल)

आज तुझे पुकारता रहा.
अजनबी.राहों से गुजरता रहा.
अदाएं फिर लिए मगर.
आगे तक तेरी नाम निशान ना मिला.

अरे तू कहां रूठ गई.मैं तो तुम्हें.
आरजू से ढूंढता रहा इस कदर.
आईने ने भी.झूठ.हाय.
अगर मगर की डगर पर..गुमनाम.हो.

आजाओ मेरी महफिल में सही
आन बान शान दूंगा तुम्हें.
अभी.जाओ.क्यों.तड़पाती इस कदर
आई तू मेरे कागज कलम पर
नगमे बनकर छा गई तू..

और रूठ कर ना जाओ मुझसे.
आती नहीं और.रास्ते रिश्ते की.
आवाज.ना करो.मेरे यारा. 

जी.आर.कवियूर
25 09 2022