Tuesday, April 19, 2022

मन मोड़ा.

मन मोड़ा.


दिल मेरा किसी ने.जोड़ा.
तनहाई में रहते रहते रोया.
शायरी की तरफ मन मोड़ा.
गाते गाते चांद.सोए.

दिल मेरा किसी ने.जोड़ा.
तनहाई में रहते रहते रोया.
शायरी की तरफ मन मोड़ा.

सूरज आकर मुस्कुराया.
निंदिया तो मगर नहीं पाया.
दिल मेरा धड़कता धड़कता रह गया.
दुआएं कितना उसके लिए.मांगा.

दिल मेरा किसी ने.जोड़ा.
तनहाई में रहते रहते रोया.
शायरी की तरफ मन मोड़ा.

जी आर कवियुर
19 04 2022