ख्वाइश अब रह गई है
तेरे लबों में
से निकले
हर एक बात मुझको
प्यार का पैगाम था
हर कुछ छुपाने की
कोशिश मत करो
तेरी आंखें बताती है
हर चीज सच सच
तुम बीना रह नहीं
पाएंगे हम
रूठ कर मत जाओ सनम
तेरे प्यार में मैं बेकाबू हूं
आओ मिलकर
गाय प्यार का सरगम
बस यही है जीने की
ख्वाइश अब रह गई है
जी आर कवियूर
30 01 2023