Sunday, January 29, 2023

ख्वाइश अब रह गई है

ख्वाइश अब रह गई है


तेरे लबों में    
से निकले
हर एक बात मुझको
प्यार का पैगाम था

हर कुछ छुपाने की
कोशिश मत करो
तेरी आंखें बताती है
हर चीज सच सच

तुम बीना रह नहीं 
पाएंगे हम
रूठ कर मत जाओ सनम
तेरे प्यार में मैं बेकाबू हूं

आओ मिलकर
गाय प्यार का सरगम
बस यही है जीने की
ख्वाइश अब रह गई है


जी आर कवियूर
30 01 2023

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