Tuesday, January 12, 2021

तेरे आने पर

 तेरे आने पर 


तेरी माथे की बिंदिया 

लागे सूरज की लाली 

आंखों का काजल में 

ना बरसे बादल 


नाक पर चमके सितारे 

तेरे नाम रहे प्यारा 

तेरी कानों के बाली 

सुनाए सरगम हमारा 


होठों पर खिले चांदनी 

चंदन महके तेरी बोली 

कोयल कुके , मोर नाचे

रंग लाई दिल पर सावन 


तू कितनी लगती हो सुंदर 

तोहरे आने पर मेरा जिया धड़के 

लगे मोरे अक्षर नाचे उंगलियों पर 

गाये  मन तेरी हर एक इशारे पर


तेरी माथे की बिंदिया 

लागे सूरज की लाली 

आंखों का काजल में 

ना बरसे बादल 



जी आर कवियुर 

12 .01 .2021