tag:blogger.com,1999:blog-12000962513925707682024-03-16T10:15:00.529-07:00मेरी आत्माविष्कार ---- जी आर कवियूरविदेश में भी देश की खोजमेgrkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.comBlogger205125tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-68184462080910783802024-03-10T11:53:00.001-07:002024-03-10T11:53:57.273-07:00मेरी खुशियाँमेरी खुशियाँ<div><br></div><div><div>आंखों से तूने कैची</div><div>मेरी पतंग की डोर</div><div>पेच लड़ने से पहले ही </div><div>कट गई मेरी तो</div><div><br></div><div>तू खुद भी बाज़ अब बन गई</div><div>उड़ना मेरा इतना आसान</div><div>समझ में नहीं आया कब</div><div>हो गई तू मेरे तन मन का आन</div><div><br></div><div>तेरी ख्वाहिशों में खोकर</div><div>मैंने भूला अपना सफर</div><div>अब तू बन गई है मेरी तक़दीर</div><div>मेरी पतंग का हुआ बेहाल हाल</div><div><br></div><div>पर फिर भी चलता है ये खेल</div><div>क्योंकि तू है मेरी मधुर सख़ा</div><div>तेरी हँसी में छुपी है मेरी खुशियाँ</div><div>और मेरी पतंग अब है तेरी राहों का मार्ग।</div></div><div><br></div><div>रचना</div><div>जी आर कवियूर</div><div>11 03 2024</div><div><br></div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-88120297254216397672024-03-09T21:48:00.001-08:002024-03-09T21:48:32.859-08:00याद जो करता हूं आज भी<div>याद जो करता हूं आज भी</div><div><br></div><div>तेरी मीठी मीठी बातों को</div><div>याद जो करता हूं आज भी</div><div>रात या दिन भूल गया हूं</div><div>मुद्दों ख्वाबों में तेरी याद</div><div><br></div><div>ख्वाबों में भी तेरी यादें</div><div>मेरे दिल को छू जाती हैं</div><div>जब भी साथ तेरा था मुझे</div><div>जीवन में बसा के लाती हैं</div><div><br></div><div>धड़कनों में भी तेरी धुन</div><div>बिना बोले ही कह जाती हैं</div><div>दर्द भरी ये रातें भी</div><div>तेरे बिना बिताई जाती हैं</div><div><br></div><div>खुशियों के साथ तेरे थे</div><div>बिना तेरे अब आँसू आते हैं</div><div>सोचता हूं तेरे बिना मैं</div><div>जीने का मतलब ही खो जाता हैं</div><div><br></div><div>रचना</div><div>जी आर कवियूर</div><div>10 03 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-39731428678772836642024-03-07T02:26:00.001-08:002024-03-07T02:26:03.034-08:00हर वक्त में तेरे यार में पागल <div>हर वक्त में तेरे यार में पागल </div><div><br></div><div><br></div><div>तेरे प्यार के सागर में हर वक्त खोया हूं,</div><div>भूख और प्यास का अहसास नहीं किया है मैंने कभी,</div><div>लहे-लहे बीत गए एक दूसरे के साथ,</div><div>पर इंतजार की खड़िया अभी भी खाली है।</div><div><br></div><div>हर सांस में तेरा ही नाम लिया है,</div><div>तेरे बिना मेरा दिल है उदास लिया है।</div><div>तेरी आँखों के जादू में खो गया हूं,</div><div>तेरे प्यार के आग में जल गया हूं।</div><div><br></div><div>तेरी यादों की तस्वीर में हम उलझे हुए हैं,</div><div>तेरे ख़यालों में ही मेरी सारी कहानियाँ हैं।</div><div>हर दिल की धड़कन में तेरा ही साथ है,</div><div>तेरी बाहों में मेरी जिंदगी की राहत है।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>07 03 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-15292211525802971772024-03-04T18:32:00.001-08:002024-03-04T18:32:30.538-08:00कहूं कैसे वह कहानी<div>कहूं कैसे वह कहानी</div><div><br></div><div>किसको पूछे कैसे पूछे</div><div>किस्सा तेरा मेरा प्यार का</div><div>कहूं तो कहूं कैसे वह कहानी</div><div>ख्वाबों की दुनिया में, बिछा दूं तेरी रानी.</div><div><br></div><div>अधूरा है जो बख्त से मैं ज़िन्दगानी, </div><div>खुदा से मांग लूं तेरे लिए रब्बानी,</div><div>सपने में भी न जो तू, हो तो क्या कहानी,</div><div>बातें करते हैं दिल, मगर हैं ज़ुबानी, </div><div><br></div><div>चाहत है तेरी जैसी, </div><div>मगर है अलग निशानी,</div><div> हर दर्द को चुपा लूं, क्योंकि है ये कहानी,</div><div> चाँदनी से भी खूबसूरत, हो तू हर अदानी,</div><div><br></div><div>रोशनी में गुम, लिए हुए हैं अपने परवानी, </div><div>चुपचाप रह जाऊं तेरे इस जहां में अदानी, </div><div>चले जाएंगे हम, छोड़ देंगे बस ये कहानी, </div><div>दिल में बसा लूं तुझको, बना दूं तेरी कहानी, </div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>05 03 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-89594085591649611102024-03-03T18:46:00.001-08:002024-03-03T18:46:45.032-08:00और कितना गम छुपाऊं <div>और कितना गम छुपाऊं </div><div><br></div><div><br></div><div>दिल के अफ़साने को कैसे समझाऊं</div><div>रूह का क़ैल ग़म कैसे सुनाऊं</div><div>दिल की बातें बयाँ करूं कैसे</div><div>इस ख़ामोशी को कैसे बयाँ करूं</div><div><br></div><div>ख्वाबों की दुनिया में खो जाऊं</div><div>यादों की ज़मीन पे खुद को पाऊं</div><div>अपने दिल की धड़कनें सुनाऊं</div><div>तन्हाई की आँधी में खुद को ढालूं</div><div><br></div><div>ज़िन्दगी के राज़ कैसे समझाऊं</div><div>दर्द की कहानी कैसे सुनाऊं</div><div>अपनी हसरतों को कैसे पूरा करूं</div><div>खुदा से दुआ में मुझे माँगूं</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div> 04 03 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-27921680677910555632024-02-28T18:56:00.001-08:002024-02-28T18:56:22.716-08:00कर्जदार हूं मैं<div>कर्जदार हूं मैं</div><div><br></div><div>कांपता है दिल बेकारारी से</div><div>तेरी रहमत का इंतजार है</div><div>सितारों की चमक से भी गहरा</div><div>तेरा प्यार है, ऐ खुदा</div><div><br></div><div>हर रात की तन्हाई में</div><div>तेरी यादों का आलम है</div><div>मेरे दिल का हर राज़ तेरे सामने</div><div>एक सच्ची मंज़िल का इंतजार है</div><div><br></div><div>तेरी बेनूरी से है अंधेरा</div><div>मेरे दिल का हर कोना</div><div>मेरे दिल की हर धड़कन</div><div>तेरे नाम का है बस गीत</div><div><br></div><div>इस खोज में हूं मैं बेताब</div><div>तेरी मोहब्बत की राह में</div><div>तेरे इश्क़ में खोया हूं मैं</div><div>बस तेरी रहमत पे कर्जदार हूं मैं</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div> 29 01 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-70236495461350658472024-02-27T15:11:00.001-08:002024-02-27T15:11:13.921-08:00ना लगे इस रोग<div><br></div><div>ना लगे इस रोग</div><div><br></div><div>इश्क का चादर ओढ़</div><div>दुनिया से मुंह मोड़</div><div>एक दिन मोड पर मिली </div><div>हसीना दिल ले गई</div><div><br></div><div>सदियों से चली आई</div><div>सर्दि यां धूप छा गया</div><div>बेकसूरी की कसौटी पर</div><div>छीन गई चैन और निंदिया</div><div><br></div><div>ढूंढे उसे चांद तारों पर</div><div>केवल पाया सपनों में उसे</div><div>यह कोई रोग है क्या</div><div>दुनिया में सबको एक बार</div><div><br></div><div>लग जाती है यह रोग</div><div>भूख नहीं प्यास नहीं</div><div>आनाकानी केवल उसके</div><div>कहानियों में फड़के मन </div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div> 28 01 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-10761441745026204992024-02-19T19:35:00.001-08:002024-02-19T19:35:49.266-08:00दिल थाम के सुनो<div>दिल थाम के सुनो</div><div><br></div><div><br></div><div>बहुत आसान था</div><div>तुझे केहने को की</div><div>मुझे नहीं चाहते हैं</div><div>मगर दिल थाम के सुनो</div><div><br></div><div>दर्द की गहराइयों में छुपी</div><div>ज़िन्दगी की तन्हाईयों को</div><div>खुदा से मांगता हूँ तुझे</div><div>साथ निभाने की ज़िम्मेदारी</div><div><br></div><div>रात के सितारों से लिखूँ</div><div>तेरे ख्वाबों की कहानी</div><div>धड़कनों में बसा लूँ तुझे</div><div>इस दिल की गहराइयों मे</div><div><br></div><div>प्यार की राहों में चलते</div><div>तेरी यादों के साथ जीते</div><div>दिल की हर धड़कन में सुनूँ</div><div>तेरे अभिमान की कहानी</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>20 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-40722586170703119382024-02-16T19:37:00.001-08:002024-02-16T19:37:19.738-08:00बस एक अरमान।<div>बस एक अरमान।</div><div><br></div><div><br></div><div>धड़कनों की गहराइयों से सुन,</div><div>उसकी आवाज में छुपी बेखुदी को।</div><div>धीरे-धीरे उसकी बातों में गुम,</div><div>चिपके हैं वो लम्हे तेरे सपनों को।</div><div><br></div><div>उसने कहा था वो ज़िन्दगी के रास्तों से,</div><div>तेरी यादों की खुशबू उसके दिल में बसी है।</div><div>जैसे मोती खोजते हैं समुंदर की लहरों में,</div><div>वैसे ही वो तुझमें अपनी मंजिल को पाए हैं।</div><div><br></div><div>अब उसके आँसुओं में छुपा है तेरा गम,</div><div>तेरे इश्क के दरवाजे पर उसने किया अभिमान।</div><div>सोचता है वो क्या कहे, कैसे बयाँ करे,</div><div>उसकी कहानी में तेरा होना तो बस एक अरमान।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>17 02 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-83485560708605719412024-02-16T19:35:00.003-08:002024-02-16T19:35:59.571-08:00तुम नहीं तोतुम नहीं तो<div><br></div><div>तुम नहीं तो गम भरी </div><div>दिन ही है आज मेरी</div><div>जाने क्यों सताती है यादें तेरी</div><div><br></div><div>तेरे बिना ज़िंदगी सुनी</div><div>क्योंकि तू नहीं है मेरी</div><div>बहारें भी लगतीं सूनी</div><div>कहीं खो गई है चाँदनी</div><div><br></div><div>दिल की हर धड़कन में तू</div><div>ख्वाबों में भी बसी है तू</div><div>हर रोज़ तेरी यादों में</div><div>जी लूँ मैं फिर भी मरी</div><div><br></div><div>तेरी रूह का साया मेरे</div><div>हर अंधेरे में रोशनी</div><div>तेरे बिना अधूरी है ज़िंदगी</div><div>तू मेरी खुशियों की कुंजी</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>15 02 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-34582367582656470642024-02-16T19:35:00.001-08:002024-02-16T19:35:02.537-08:00आईना भी सच कहती है<div>आईना भी सच कहती है</div><div><br></div><div>दिल की बातें, चुप रहती हैं </div><div>ख्वाबों में तेरी यादें छाई हैं </div><div>हर सांस में तेरी महक बसी है </div><div>जैसे फूलों में हो खुशबू बिखरी है </div><div><br></div><div>तेरी यादों के साथ रंग भरा है जीवन </div><div>मेरी आँखों में तेरी छवि भरी है </div><div>हर पल तेरी यादों में उलझा हूँ मैं </div><div><br></div><div>तू हर दुआ में मेरी बसी है </div><div>अब तो मेरी धड़कनें भी कहती हैं </div><div>एक दफा तुम मुझे याद करोगी </div><div>आईना भी सच कहती है।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>17 02 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-13185055148266330492024-02-11T19:23:00.001-08:002024-02-11T19:23:48.885-08:00फरियाद लेकर आया था (गजल)<div>फरियाद लेकर आया था (गजल)</div><div><br></div><div><br></div><div>दिल बेकरार है, रोज़ तड़पाता है </div><div>उसकी यादों में, रातें बिताता है </div><div><br></div><div>बेवजह ही बिछड़ा, तू मुझसे यारा </div><div>अब तक तेरा इंतजार करता हूँ यारा </div><div><br></div><div>हर दिन जलता है, दिल मेरा दीवाना </div><div>तेरे प्यार की, है ये मेरी कहाना </div><div><br></div><div>तेरी यादों में, दिल रोज बहलता है </div><div>तेरी बातों में, दिल कभी ना ठहरता है </div><div><br></div><div>तेरी बेरुखी से, दिल को चोट खाता है </div><div>तेरी बे-रूखी से, दिल कभी भी साथ नहीं छोड़ता है </div><div><br></div><div>तू मेरे दिल की, धड़कनों में बसा है </div><div>तेरे बिना, ये दिल बेहाला हर वक्त रहता है </div><div><br></div><div>तेरे इश्क की, राहों में खोया हूँ मैं </div><div>तू मेरे लिए, जादू बना है मैं </div><div><br></div><div>आँखों में छाई, है तेरी सूरत ख्वाबों में </div><div>तेरी यादों में, दिल हर वक्त बेहलता है </div><div><br></div><div>तेरे इश्क की, मेरी कहानी अधूरी है </div><div>तू ना आया, जिंदगी बेहाल हर वक्त रहती है </div><div><br></div><div>कितनी चाहत है, तेरे साथ बिताने की </div><div>तेरे बिना, जिंदगी एक सज़ा हर वक्त लगती है</div><div><br></div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>12 02 2024</div><div><br></div><div><br></div><div><br></div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-8335078974624208162024-02-10T00:02:00.001-08:002024-02-10T00:02:41.635-08:00काश तू मेरी होती ( गजल )<div>काश तू मेरी होती ( गजल )</div><div><br></div><div><br></div><div>तेरी यादों में नैना भर आई</div><div>मगर आंसू दिल पर उतर आई</div><div>कश्ती तेरी यादों के साथ</div><div>मंजिल को अपने पास ले आई</div><div><br></div><div>दर्द भरी ये तक़दीर भी</div><div>तेरे प्यार से सहनी होती</div><div>काश तू मेरी होती</div><div>यह कश्ती जिंदगी की</div><div>किनारा देखा होता</div><div>यह लम्हे कितना अच्छा होता</div><div><br></div><div><br></div><div>सितारों की रौशनी में</div><div>तेरी यादों का सफर होता</div><div>रात की गहराईयों में</div><div>तेरा साथ सिर्फ़ मेरा होता</div><div><br></div><div>हर सुबह तेरी मुस्कान से</div><div>दिल को रोशनी मिलती होती</div><div>काश तू मेरी होती</div><div>यह कश्ती जिंदगी की</div><div>किनारा देखा होता</div><div>यह लम्हे कितना अच्छा होता</div><div><br></div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>09 02 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-88755801493530241932024-02-07T16:07:00.001-08:002024-02-07T16:07:47.916-08:00कब होगी मुलाकातें<div>कब होगी मुलाकातें</div><div><br></div><div>निगाहें निगाहों से ,निशाने दाग दिए</div><div>नाकाम नहीं रह गई ,न जाने कब होगी मुलाकातें</div><div><br></div><div>राहतें मिलीं जो कभी, वो भी हैं गुजरीं</div><div>दिल को रोशनी दी, पर अभी भी हैं अंधेरीं</div><div><br></div><div>ख्वाबों की दुनिया में, चुपचाप सवरे</div><div>खोयी हुई बातों में, ढूंढता है दिन रातें</div><div><br></div><div>मुस्कुराहटों के पीछे, छुपी हैं आँसुओं की कहानियाँ</div><div>कभी हँसते हुए दिखे, पर दिल है उदास और बेगाना</div><div><br></div><div>ख़ुशी का सफर है, कठिन और संवर गया</div><div>पर दुःख की छाया में, फिर भी दिल है आज़माए</div><div><br></div><div>यादें तेरी साथ हैं, जैसे हवा के साथ बादल</div><div>दिल की धड़कनों में, तेरी धुंधली यादें बसाए</div><div><br></div><div>इस ग़ज़ल में समाहित हैं, अनगिनत ख्वाब और अधूरी चाहतें</div><div>जैसे जीना और मरना, एक ही पल में चिपके हों इन्तेज़ारों की राहतें।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>08 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-79740163269487803692024-02-06T22:16:00.001-08:002024-02-06T22:16:54.961-08:00दिल हर वक्त याद करता है<div>दिल हर वक्त याद करता है</div><div><br></div><div><br></div><div>अँधेरे की गहराइयों में, चमकते तारे जैसे,</div><div>उन लम्हों की रोशनी, हर वक्त चमकते रहें।</div><div>सपनों की गलियों में, हँसते हुए चलते,</div><div>वो पल बीते हुए, दिल को अब भी बहुत याद आते।</div><div><br></div><div>कभी हंसते हुए, कभी रोते हुए चलते,</div><div>वो पल बीते हुए, जीवन को सजाते।</div><div>बीते वक्त की छाया, हर पल साथ रहे,</div><div>दिल के धड़कनों में, उनकी यादें बसे।</div><div><br></div><div>जब भी खुशी की बूँदें, आँखों में चमक आए,</div><div>वो पल बीते हुए, फिर से जिए जाए।</div><div>यादों का सफर, हर रोज़ नया रंग बिखरे,</div><div>बीते हुए दोनों की, आवाज़ फिर से गूँजे।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>07 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-72185673860135994752024-02-04T19:36:00.001-08:002024-02-04T19:36:44.125-08:00मत मारो मुझे तेरी आशिक तो हूं<div>मत मारो मुझे तेरी आशिक तो हूं</div><div><br></div><div><br></div><div>ज़िन्दगी के सफर में, भावनाएँ महकती हैं,</div><div>सपनों का सागर, दिल में कुछ खुम्बूं है।</div><div><br></div><div>इश्क का जादू, दिल को छू रहा हूं,</div><div>पत्थर नहीं, मत मारो, ख्वाबों में बसा हूं।</div><div><br></div><div>जीवन के नृत्य में, भावनाएं खिल रही हैं,</div><div>सपनों का सागर, दिल में कुछ खुम्बूं है।</div><div><br></div><div>आँधीयों में उड़ान, भविष्य की ऊँचाइयों पर,</div><div>सिर्फ इश्क में, ना हो जाऊं गिरता हूं।</div><div><br></div><div>रात की चाँदनी, मेरे दिल का साथी,</div><div>आसमानी रंगों में, छुपा हुआ राज़ी हूं।</div><div><br></div><div>दर्द-ओ-ग़म को बहुत समझता हूं,</div><div>मुस्कान के पीछे, चुपी खुशीयाँ पहचानता हूं।</div><div><br></div><div>आँसुओं की मिठास, प्यार की राहों में,</div><div>जीवन की कहानी, हर क़दम पे बढ़ता हूं।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>05 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-7797935358837113402024-02-03T18:26:00.001-08:002024-02-03T18:26:07.751-08:00है सारा जहाँ हमारा<div>है सारा जहाँ हमारा</div><div><br></div><div>चलो चलें साथ, बनाएं ये कहानी</div><div>दिल की धड़कनों में हो सुनी हर ज़ुबानी</div><div><br></div><div>पलकों के पीछे छुपी बातें कहा करो</div><div>रातें राज़ी हैं, इन तारों से गूंथी जाएं</div><div><br></div><div>बरसात की बूंदों में छुपा है सपना</div><div>चाँदनी रातों में, हमारा मिलना</div><div><br></div><div>मोहब्बत का इजहार करते हैं नजरें</div><div>इस दिल की कहानी, हमें ज़बानी से कहें</div><div><br></div><div>इन राहों में भटके ये कदम, हम साथ हैं</div><div>दिल के राज़ बताएं, ये बातें हमारी</div><div><br></div><div>सितारों के साथ रातें बिताएं</div><div>आँखों की मस्ती, इस मोसम में छाई है</div><div><br></div><div>सागर के किनारे बैठकर, सुनें हम बातें</div><div>इस दरिया के पार, हमारी मुलाकातें</div><div><br></div><div>इस गज़ल के साथ, है सपनों का सफर</div><div>तुम्हारी मुस्कान में, है सारा जहाँ हमारा</div><div><br></div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>04 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-37562612819464390232024-02-03T05:48:00.001-08:002024-02-03T05:48:08.240-08:00खामोशी के सिवाखामोशी के सिवा<div><br></div><div>खामोशी के सिवा</div><div>क्या मिला है सिला</div><div>यह सिलसिला कब तक</div><div><br></div><div>रातों की बेरुखी,</div><div>दिलों की तन्हाई,</div><div>इस प्यार का सफर,</div><div>लम्हों में है राज़।</div><div><br></div><div>धूप में छाई है,</div><div>चाँदनी की रातें,</div><div>बैठे हैं हम यहाँ,</div><div>पलकों की पर्वाह ना।</div><div><br></div><div>मोहब्बत की राहों में,</div><div>उम्मीदों का सफर है।</div><div>बातों की गहराईयों में,</div><div>दिलों का हमसफ़र है।</div><div><br></div><div>चाहत की बारिशों में,</div><div>रिश्तों का मौसम बदले।</div><div>आँधीयों से खेलने में,</div><div>दिल का सफर चले।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>03 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-52710547134126603282024-02-01T14:36:00.001-08:002024-02-01T14:48:40.488-08:00एक नया सवेरा <div>एक नया सवेरा </div><div><br></div><div>चमकीली रातों में, सितारे बोल रहे हैं </div><div>समझाएं ना दिल को, कैसे ये दिन धल रहा है </div><div>बैठे हैं ख्वाबों में, मिली है राहों की राह में,</div><div>दिल की गहराईयों में, बसी है एक प्यारी सी बात</div><div><br></div><div>रुका नहीं ज़िन्दगी, चलती रहे इस कदम की आवाज </div><div>मोहब्बत की मिठास, छू गई है सभी राज </div><div>समय का सागर, बहता है निरंतर </div><div>चलो बदलें राहें, साथ में हैं हम सबकी बहुत बातें</div><div><br></div><div>सपनों की ऊँचाईयों में, है एक नया सवेरा </div><div>आशा की किरण, चमकती रहे तुम्हारा दिल</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>02 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-34400506525184214272024-02-01T14:27:00.001-08:002024-02-01T14:27:15.816-08:00इश्क की कहानीइश्क की कहानी<div><br></div><div>तेरी नज़रों ने मुझे घायल कर दिया</div><div>और जमाने ने भी साथ दे दिया</div><div><br></div><div>रातें हैं सुनसान, मेरी आहें बसीं हैं</div><div>दिल की धड़कनें, तेरे बिना ठहरीं हैं</div><div><br></div><div>चाँदनी रातों में, तेरी यादों की बातें</div><div>सितारों से कहूं, मेरी रातें रौंगतें हैं</div><div><br></div><div>बूंदें गिरीं बरसात की, मेरे दिल की बेहदों</div><div>इश्क में खोया, दिल मेरा बेहोश है तेरे बहुत</div><div><br></div><div>दिल की गहराईयों में, तू ही साहिल है</div><div>ख्वाबों की बुनियाद, तेरे इरादे से हैं</div><div><br></div><div>खुशियों की राहों में, तेरा साथ है साथ</div><div>जिन्दगी की राहों में, तू है मेरा राह</div><div><br></div><div>हर दर्द की राहों में, तू है मेरी मंजिल</div><div>इश्क की कहानी, हमारी ज़ुबान पर है</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>02 02 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-88947328291944467342024-01-30T05:38:00.001-08:002024-01-30T05:38:28.671-08:00तू मेरी एक हिस्सा हैतू मेरी एक हिस्सा है<div><br></div><div>हर एक बार तुझे मिलने की</div><div>कोशिशें में हार गया हूं</div><div>मगर तुम मेरी शायरी</div><div>कागज कलम पे उतर आती हो</div><div><br></div><div>रातों की तन्हाई में तेरी बातें</div><div>ख्वाबों में सवार हो जाती हैं</div><div>दिल की धड़कनों में बसी है</div><div>तेरी मुस्कानों की छाया</div><div><br></div><div>बर्फीली सर्दी की रातों में</div><div>तेरी यादों में गर्मी है</div><div>मोहब्बत की राहों में</div><div>हर कदम पे तेरी रौशनी है</div><div><br></div><div>आँखों में छुपी बातें हैं</div><div>तेरी मुस्कानों की कहानी है</div><div>तेरे बिना जीना मुश्किल है</div><div>तू हर पल मेरे दिल में बसी है</div><div><br></div><div>सवेरे की धूप में बुढ़ापे की</div><div>एक नई शुरुआत है</div><div>तेरी बातों का मेरे दिल पर</div><div>राज़ है, सच है, ख्वाब है</div><div><br></div><div>तू मेरी रूह का हर एक हिस्सा</div><div>तू है मेरी ज़िंदगी की ताजगी है</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>30 01 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-9201354676471357772024-01-28T05:26:00.001-08:002024-01-28T05:26:30.377-08:00जीवनभर का वादा है।<div>जीवनभर का वादा है।</div><div><br></div><div><br></div><div>बातें छुपी, राज़ बनी कहानी,</div><div>अनकही चाहत, छुपा मिजाज़ है।</div><div>कहो, खुला आसमान कहानियों का,</div><div>बोलो इश्क की बातें, राज़ साफ है।</div><div><br></div><div>खामोशी में, सुनाई दे साज़,</div><div>प्यार का संगीत, सुना जा रहा है।</div><div>बुनो तारीक़े, छोड़ो बुने अरमानों को,</div><div>बताओ कितना, खुला दिल कह रहा है।</div><div><br></div><div>आँखों में झाँको, रूह के दरवाज़े,</div><div>छुपे राज़, बयां करने को बेताब।</div><div>शब्दों की पुलियों को, ज़रा सा होने दो,</div><div>प्यार की गहराई, जीवनभर का वादा है।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>28 01 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-7701514257893120342024-01-26T18:44:00.001-08:002024-01-26T18:44:41.248-08:00लहरें तेरी जुल्फे<div>लहरें तेरी जुल्फे</div><div><br></div><div>पलकों पे बिछा है रातों का साया </div><div>बातें तेरी, बहुत ही प्यारी सांगता </div><div>चाँदनी रातों में, हैं तेरी मुस्कानें </div><div>जादू तेरा, मेरी ज़िन्दगी का आसमाना </div><div><br></div><div>राहों में बिखरी हैं सितारों की मला </div><div>बाहों में बसी है जैसे खुशबू की ख़ुशबू </div><div>प्यार की बातें, हैं सितारों से भी ऊपर </div><div>तेरी बाहों में, मिलता है सुनहरा सफर </div><div><br></div><div>इस ज़मीन पर तू है, पर कहीं दूर सितारे </div><div>हैरत है मेरी, तेरी खूबसूरती पर बहुतारे </div><div>इन लहरों में, बसी है तेरी मोहब्बत </div><div>जुल्फों की बातें, हैं ये कविता की सबसे ख़ास बातें।</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>27 01 2024</div><div><br></div><div> </div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-30985760009619982752024-01-26T08:13:00.001-08:002024-01-26T08:13:03.047-08:00बस इंतजार में<div>बस इंतजार में</div><div><br></div>वक्त बहुत कम है<div>बेसब्री से तेरा इंतजार में</div><div>कायम है तेरी याद में</div><div>बेचैनी से रहा हूं तन्हाई भरी</div><div>इस महफिल में</div><div><br></div><div>मेरे दिल का हाल है कहना</div><div>बस एक मुलाकात में</div><div>सपने बिखरे हैं रात में</div><div><br></div><div>रातें हैं लम्बी, दर्द है गहरा</div><div>खो गई बातें, बनी है राज़</div><div>चाहता हूं तुझे, बस यही है आज</div><div><br></div><div>हवा में बसी है महक तेरी</div><div>दिल की धड़कनों में बसा है प्यार</div><div>तुझसे मिलने की है बस इंतजार</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>26 01 2024</div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1200096251392570768.post-60658198550055591482024-01-24T03:12:00.001-08:002024-01-24T03:12:23.525-08:00खास कहानीखास कहानी<div><br></div><div><br></div><div>तेरी बातों ने मुझे</div><div>ख्वाबों में उतार लिया</div><div>तेरी यादों ने मुझे</div><div>शायर बना दिया</div><div><br></div><div>चाँदनी रातों में</div><div>तेरी मुस्कान की चमक</div><div>दिल को छू जाती है</div><div><br></div><div>बातें, सपनों में</div><div>संग बिताए हर पल</div><div>मेरे दिल का सबसे प्यारा सफर</div><div><br></div><div>तेरी बहों में</div><div>सुकून सा बसा है</div><div>जैसे हर दर्द को छूने का एक इलाज</div><div><br></div><div>तेरे साथ बिताए हर पल</div><div>जीवन को रंगीन बना देते हैं</div><div>तू मेरी जिंदगी की सबसे खास कहानी</div><div><br></div><div>रचना </div><div>जी आर कवियूर</div><div>24 01 2024</div><div><br></div>grkaviyoorhttp://www.blogger.com/profile/13259063439913142831noreply@blogger.com0