आजादी की अमृत है ll
नदियां अनेक है
सागर तो एक है
जिंदगी एक है
रंग.तो अनेक है
सत्य ही नेक है.
तरंग तो अनेक है.
तिरंगा तो प्यारी है.
आतंक तो बुरा है.
सात रंग की इंद्रधनुष्य है.
शिव की रंग.का.सफेद है..
मन ही सुंदर है.
तेरी मेरी संग ही..
अनेक में. एक है.
जीआर..कवियूर
13 08 2022