Tuesday, January 30, 2024

तू मेरी एक हिस्सा है

तू मेरी एक हिस्सा है

हर एक बार तुझे मिलने की
कोशिशें में हार गया हूं
मगर तुम मेरी शायरी
कागज कलम पे उतर आती हो

रातों की तन्हाई में तेरी बातें
ख्वाबों में सवार हो जाती हैं
दिल की धड़कनों में बसी है
तेरी मुस्कानों की छाया

बर्फीली सर्दी की रातों में
तेरी यादों में गर्मी है
मोहब्बत की राहों में
हर कदम पे तेरी रौशनी है

आँखों में छुपी बातें हैं
तेरी मुस्कानों की कहानी है
तेरे बिना जीना मुश्किल है
तू हर पल मेरे दिल में बसी है

सवेरे की धूप में बुढ़ापे की
एक नई शुरुआत है
तेरी बातों का मेरे दिल पर
राज़ है, सच है, ख्वाब है

तू मेरी रूह का हर एक हिस्सा
तू है मेरी ज़िंदगी की ताजगी है

रचना 
जी आर कवियूर
30 01 2024

Sunday, January 28, 2024

जीवनभर का वादा है।

जीवनभर का वादा है।


बातें छुपी, राज़ बनी कहानी,
अनकही चाहत, छुपा मिजाज़ है।
कहो, खुला आसमान कहानियों का,
बोलो इश्क की बातें, राज़ साफ है।

खामोशी में, सुनाई दे साज़,
प्यार का संगीत, सुना जा रहा है।
बुनो तारीक़े, छोड़ो बुने अरमानों को,
बताओ कितना, खुला दिल कह रहा है।

आँखों में झाँको, रूह के दरवाज़े,
छुपे राज़, बयां करने को बेताब।
शब्दों की पुलियों को, ज़रा सा होने दो,
प्यार की गहराई, जीवनभर का वादा है।

रचना 
जी आर कवियूर
28 01 2024

Friday, January 26, 2024

लहरें तेरी जुल्फे

लहरें तेरी जुल्फे

पलकों पे बिछा है रातों का साया  
बातें तेरी, बहुत ही प्यारी सांगता  
चाँदनी रातों में, हैं तेरी मुस्कानें  
जादू तेरा, मेरी ज़िन्दगी का आसमाना  

राहों में बिखरी हैं सितारों की मला  
बाहों में बसी है जैसे खुशबू की ख़ुशबू  
प्यार की बातें, हैं सितारों से भी ऊपर  
तेरी बाहों में, मिलता है सुनहरा सफर  

इस ज़मीन पर तू है, पर कहीं दूर सितारे  
हैरत है मेरी, तेरी खूबसूरती पर बहुतारे  
इन लहरों में, बसी है तेरी मोहब्बत  
जुल्फों की बातें, हैं ये कविता की सबसे ख़ास बातें।

रचना 
जी आर कवियूर
27 01 2024

 

बस इंतजार में

बस इंतजार में

वक्त बहुत कम है
बेसब्री से तेरा इंतजार में
कायम है तेरी याद में
बेचैनी से रहा हूं तन्हाई भरी
इस महफिल में

मेरे दिल का हाल है कहना
बस एक मुलाकात में
सपने बिखरे हैं रात में

रातें हैं लम्बी, दर्द है गहरा
खो गई बातें, बनी है राज़
चाहता हूं तुझे, बस यही है आज

हवा में बसी है महक तेरी
दिल की धड़कनों में बसा है प्यार
तुझसे मिलने की है बस इंतजार

रचना 
जी आर कवियूर
26 01 2024

Wednesday, January 24, 2024

खास कहानी

खास कहानी


तेरी बातों ने मुझे
ख्वाबों में उतार लिया
तेरी यादों ने मुझे
शायर बना दिया

चाँदनी रातों में
तेरी मुस्कान की चमक
दिल को छू जाती है

बातें, सपनों में
संग बिताए हर पल
मेरे दिल का सबसे प्यारा सफर

तेरी बहों में
सुकून सा बसा है
जैसे हर दर्द को छूने का एक इलाज

तेरे साथ बिताए हर पल
जीवन को रंगीन बना देते हैं
तू मेरी जिंदगी की सबसे खास कहानी

रचना 
जी आर कवियूर
24 01 2024

Tuesday, January 23, 2024

है ये मेरा इकरार

है ये मेरा इकरार


मेरे आने की खबर सुनकर
नजरे राहों पर बिछा लिए

जुल्फे सजा लिए तुमने
बात बाकी क्या मैं बताऊं

चाँदनी रातें हैं मेरी कहानी
सितारों से बुनी तुमने ये प्रेरणा

दिल की धड़कनों में बसी एक राज
तुम्हारी मुस्कान से है सारा जहां भरा

पलकों की चमक, दिल का मंच
तुम्हारे बिना है जहाँ सारा बेरंग

राहों में बसी गुज़री तुम्हारी
ख्वाबों में हूँ बसा, खुदा से साझा

हर पल साथ चलो, राहों का सफर
तुम्हारी मुसाफिर हूँ, तुम मेरा यार

दिल की दहलीज़ पे है तुम्हारा इरादा
तुम्हारी मोहब्बत, है ये मेरा इकरार

रचना 
जी आर कवियूर
24 01 2024

Monday, January 22, 2024

जिंदगी की राह में

जिंदगी की राह में

जिंदगी की राह में
रंग बदलते गए
आखिर सपना 
सपना सा रह गया

संग चलता रहा, 
राहों में हंसता रहा  
मुश्किलों की चुनौतियों से 
मुकाबला करता रहा  

छोड़ ना पाया सपनों को, 
उन्हें पकड़ता रहा  
जीवन की कहानी,
 कुछ नए पन्नों में लिखता रहा  

आसमान में चमकते सितारे, 
रातों को सजाते रहा  
दिल की धड़कन, 
ख्वाबों में गूंथता रहा  

हर चुनौती में अब 
एक नया सीख चुराता रहा  
बीते क्षणों की मिठास, 
दिल में समाता रहा  

खुशियों का साथ,
 दुखों का सामना करता रहा  
इस जिंदगी की मिसाल,
 हर कदम पर छोड़ता रहा  

सपनों का सफर, 
बिना रुकावट के बढ़ता रहा  
और आखिर में, 
एक सच्चा आत्मविश्वास 
बनाए रखता रहा।

रचना 
जी आर कवियूर
23 01 2024

Sunday, January 21, 2024

राम राम जपो

राम राम जपो

राम राम जपो
मरा मरा तक
राम राम जपो
मार बहुत खाया
जिंदगी में 
अभी तक नहीं हटी
जपे राम राम  

जीवन की यात्रा में, 
हमें बाधाओं का 
सामना करना पड़ता है,
 फिर भी, राम का नाम,
 एक आरामदायक अनुग्रह है।

 मारा मारा तक, 
चुनौतियाँ बनी रह सकती हैं,
 लेकिन विश्वास मजबूत 
होने पर उनका अस्तित्व 
समाप्त हो जाता है।

 राम की गूंज के माध्यम से, 
सांत्वना पाएं,
 प्रत्येक परीक्षण में, 
भक्ति को निखारने दो।
 प्रत्येक कठिनाई से भरपूर सबक,
 राम का मंत्र, मार्गदर्शक, पवित्र ग्रंथ।

 हर मंत्र के साथ, एक कदम आगे,
 जीवन की समस्वरता में, प्रेम व्यापक है।
 जिंदगी में अभी तक ना हुई हाता,
 राम जपो, मिलेंगे सारा सुख भरा।

 आपके दिन दिव्य प्रकाश से भरे रहें,
 जैसे राम का नाम दिन-रात मार्गदर्शन करता है।

रचना 
जी आर कवियूर
22 01 2024

Friday, January 19, 2024

हसीं सफर

हसीं सफर

लबों पे तेरा नाम
बोले दिल की धड़कन
खामोशियाँ भी तेरे इश्क की
ज़ुबान पे मेरे मित्वा

रातें भर सोने ना देने वाला
दिल को छू जाए वो एक सपना
सितारों की रोशनी में
खो जाएं हम दोनों बस हम

मोहब्बत की राहों में
बिछा दे ये दोनों कदम
बातें तेरी हैं मिठास से भरी
दिल को छूने वाली हर हंसी

तेरी मुस्कान में बसी राहत है
इश्क की राहों में बसा ख्वाब
साथ हो तो हर मोड़ पर राही
तू मेरी ज़िन्दगी का हसीं सफर

रचना 
जी आर कवियूर
20 01 2024

Thursday, January 18, 2024

बात कितनी पुरानी हो

बात कितनी पुरानी हो

बात कितनी पुरानी हो
यादें हमेशा रहती हैं, 
कुछ क्षणों की बातें 
हमेशा दिल में बसी रहती हैं।

अजनबी राहों में, 
वो मुलाकातें भी हैं,
बीते लम्हों का जादू, 
दिल में छाया है।

बारिश की बूंदों में,
 सपने बिखरे हैं,
मिले थे हम, 
वो पल अब भी याद आते हैं।

दिल की धड़कनों में,
 एक कहानी है,
लब पे हंसी, 
मगर दर्द की बातें हैं।

ख्वाबों का जहाँ, 
दिल में बसा हुआ है,
जब से मिले हैं,
 हर दिन सा नया है।

रात की स्याही में, 
चाँदनी छुपी है,
तेरी मुस्कान, 
जीवन को सजा हुआ है।

रचना 
जी आर कवियूर
 18 01 2024

Wednesday, January 17, 2024

हमेशा तेरे साथ रहे

हमेशा तेरे साथ रहे


तेरे एक बार मुस्कुराने से
बागबान आ गई
फूल खिले खुशबू महके
आसमान में तारे चमकने लगे

चाँदनी रातें बनीं मिठी-मिठी
हवा में एक लहरा रही
दिल की धड़कनें गाने गाएं
प्यार की बातें कहने लगे

सपनों की दुनिया में खो जाएं
मिले नए रंग, नए सवेरे चमकाएं
बातें हो खास, यादें हों साथ
मोहब्बत की राहों में बढ़ जाएं

हंसी की लहरें सारे दरिया छू जाएं
दिल की धड़कनें, सुन ले जहाँ
फिर से मुस्कुरा, इस पल को जी ले
खुशियाँ हमेशा तेरे साथ रहे


रचना 
जी आर कवियूर
 18 01 2024

Tuesday, January 16, 2024

ज़िन्दगी का सहारा

ज़िन्दगी का सहारा


मेरे नियत आप जानिए 
ऐतबार रखो जरा
हम कितना चाहते हैं
दिल से महसूस करो

तेरे बिना रहा ना जाए
इश्क़ में हूँ बेहका
ये रातें लम्बी हैं
तेरी बातों में उलझा

ख्वाबों में तुझे मिलूँ
दिल को है ये ख्याल
बे-हिसाब है तेरा प्यार
ये दिल है दीवाना

चाहत की राहों में
बिछाए हैं सपने
तेरे इन आँखों में
मेरे दिल की बातें

पलकों पे बिछाए हैं
दर्द-ओ-ग़म के सितारे
तेरे होने से है रौशनी
बनी रहे ये कहानी

ज़िन्दगी का हर मोड़
तेरी मुस्कान सा हो
बेहद है तेरा इंतजार
इस दिल की धड़कन सा हो

सफर ये तेरे साथ
बना रहे हमेशा
तू मेरी मोहब्बत
है मेरी ज़िन्दगी का सहारा

रचना 
जी आर कवियूर
 17 01 2024

तेरा एहसास

तेरा एहसास

महफिल में सजी है
बातों  की  रंगत में
गजलों में तेरी महक
सारंगी में बाजी तन्हाई

चाँदनी रातों में,
 तेरी यादों का सिलसिला है
 दिल की दास्तान में, 
तेरा ही जिक्र है बसा हुआ

 रात भर तेरे इश्क में, 
खोये हैं हम दीवाने
 चाँद से गुज़रता है,
 तेरी बातें हवाओं में

 तेरे इश्क में जलते हैं, 
दिल के अरमान प्यारे
 रंगीन है जिंदगी, 
तेरी मुस्कुराहट में

 छुपी है तेरी आँखों में,
 एक खास बात कहानी
 ख्वाबों में आके, 
तू मेरे दिल में बस जा
 दिल की दुनिया बसा के,
 तू ही मेरी मंजिल है

 मौसम बदल गए हैं, 
तेरी यादों का असर है
 हवाओं में घुल गया, 
तेरा इश्क का नशा है
 मेरी हर धड़कन में, 
तेरा एहसास है।

रचना 
जी आर कवियूर
 16  01 2024

मोहब्बत की कहानी ।

मोहब्बत की कहानी ।


अब जब  तुम्हें याद करें
फूलों में मंडराए तितलियां
खुशबू महके चारों ओर
दिल नहीं काबू मैं रहे

सपनों की राहों में बिखरी
सितारों की मिठी बातें
चाँदनी रातें बुलाएं
मोहब्बत की गुफाएं

रिश्तों की बातें सुनें
हर दर्द को छू जाएं
दिल की धड़कनों का ताल
इस प्यारी दुनिया का ख्वाब

बैरागी राहों पर चलें
ये पल यूं ही रुके ना
सच्ची मोहब्बत का इजहार
जीवन की राहों में साथी।

सूरज की किरणों में लिपटे
आसमान में खो जाएं
बहारों की मिठास से भरे
हर पल को यूँ बिताएं

दरिया की लहरों में नौका ले
मन की कश्ती रौंगतें बदले
मुस्कानों की छाओं में बैठे
ख्वाबों की ऊँचाइयों तक

गीतों की सुर ताल सुनाएं
ख्वाबों के रंग में रंगे
दिल की धड़कनों की बातें
मोहब्बत की कहानी बनाएं।

रचना 
जी आर कवियूर
 16  01 2024



Monday, January 15, 2024

वापस लौटा दो मुझे

वापस लौटा दो मुझे

लाज रखते हो 
इतना हमसे क्यों
चोरी जो की है
तुमने मेरे दिल को
वापस लौटा दो मुझे
दर्द होती है समझो जरा

दिल में छुपा हुआ
इश्क़ का दर्द सुनो
कहाँ गई वो मुस्कान
जो थी हमारे होने पर
रातें लम्बी हो जातीं
बिना तुम्हारे साथ
बीततीं हैं रुक-रुक कर
क्यों छोड़ा मुझे तुमने
अब मेरी राहों में
बस तुम्हारी तलाश है
हर कहानी की तरह।

आंसुओं को पिघला दो
इन ख्वाबों को हकीकत में
मेरे दिल की गहराईयों में
तुम्हारा इजहार हो जाए
कभी था तेरे लिए एक सपना
पर अब हूँ मैं तन्हा
क्यों छोड़ा इतनी जल्दी
जाने क्यों बिगड़ गई है
तेरे बिना यह दिल
सुनसान सा हो जाए
इस इश्क की बेहद मोहब्बत
तुम्हें मेरी जरा सी है।

रचना 
जी आर कवियूर
 15  01 2024

Sunday, January 14, 2024

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते


आँखों में छाई रातें, 
दिल में बैठी बातें
ख्वाबों की सागर में, 
खोया हुआ सफर

चाँदनी रातों में, 
छुपी है बातें पुरानी
गीतों की मेहफ़िल में, 
दिल की तराना है

रिश्तों की कहानियों में, 
बसी है ज़िन्दगी की मिठास
सितारों की चमक में,
छुपा है राज़ यही
सपनों की उड़ान में,
 है छुपी मेरी कहानी

दिल की धड़कनों में,
बसी है एक सौगात
सुबह की किरनों में, 
छुपा है एक नया सवेरा

बारिश की बूँदों में, 
है छुपा एक पल
फूलों की खुशबू में, 
है छुपा एक राज़
मुस्कान की मिठास में, 
है छुपी खुशियाँ बेहद खास।

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते
होश और आवाज खो बैठे
जीवन की सुरताल भी
बेसुर हो गए


रचना 
जी आर कवियूर
 13  01 2024

Friday, January 12, 2024

आपका प्यार दिशाएं दिखती है।

आपका प्यार दिशाएं दिखती है।

तेरी दुआओं पे
हर कदम रहता हूं 
दिल के आईने में
तेरे ही तस्वीर लिए रहता हूं

रात चाँदनी की मुस्कान में,
सपनों में खोया हुआ, 
आपका प्यार उड़ान भरता है।
हमारे दिल की गीत गूँजता है।
 
 हर सूर्योदय के साथ, एक वादा नया,
 प्यार की गर्माहट में लिपटा हुआ कितना सच्चा।
 जीवन की यात्रा में, हाथों में हाथ डाले,
 हम साथ चलेंगे प्यार की नरम रेत पर।

 समय की कालीन में लिखी हुई
हमारी कहानी सामने आती है,
भावनाओं की एक तस्वीर, 
हमेशा कायम रहती है।
 तूफ़ानी समुद्र और साफ़ आसमान के बीच,
 आपका प्यार , हमें हमेशा दिशाएं दिखती है।

रचना 
जी आर कवियूर
 10 01 2024

Monday, January 8, 2024

सच्चे आपसी प्यार।

सच्चे आपसी प्यार।

खोजने निकला था तुझे
गली चौबारे नुक्कड़
मजारों पर तक भी खोजा
खोजते खोजते जन्म निकल गई

सूरज की किरणों में ढूंढा
चाँदनी रातों के साएं में
हर कोने में बसी तेरी मुस्कान
खोजता रहा, दिल थमा सा रहा

रिश्तों की माया में भटका
प्यार के राज़ में खोजा
आंसुओं की बूंदों में छुपा
खोजते खोजते, सपनों का सफर

बारिशों की बूंदों में मिला
प्रेम की धुप में रंगा
संगीत की ताल में बहकर
खोजते खोजते, सच्चे आपसी प्यार।

रचना 
जी आर कवियूर
 08 01 2024

Sunday, January 7, 2024

आंखें भर आई।

आंखें भर आई।

जब कोई तेरे याद आए
आंखें भर आई
दिल को छू जाए, दर्द बहुत जाए
सपने में वो तेरा मुस्कान साथ लाए

रातें लम्बी, तू हो यादों में
चाँदनी से रौंगतें, हैरान हैं
बूंदें गिराएं, दिल की धड़कन में
पलकों पे हंसी, ख्वाबों में भटके

दिल में बसी, एक दुनिया ख्वाबों की
इश्क में है सच, सच में है राज़ी
तू है मेरी रौशनी, चाँदनी की बहार
जब कोई तेरे याद आए, आंखें भर आई।

रचना 
जी आर कवियूर
 07 01 2024

तेरे सवालों के जवाबों में

तेरे सवालों के जवाबों में

उम्र भर तेरे याद पर
जीता रहा इस हाल में
तेरी खामोशियां मुझे
बेनकाब कर दिया है

दिल की बातें रुकी हैं
बस मेरी आँखों में
इश्क़ की राहों में
खो रहा हूँ साँसों में

बूंदों की तरह गिरा
तेरे दीदार का सामान
मेरी रातों में
जलता है तेरा इंतजार मैं

राहों में बिखरी है
तेरी मुस्कान की बूंदें
सपनों में हूँ भटका
तेरी यादों के ख्वाबों में

रूह का हर किस्सा
तेरे इश्क़ में बयाँ है
बसा हूँ मैं इस दीवारों में
तेरे सवालों के जवाबों में

रचना 
जी आर कवियूर
 07 01 2024

Tuesday, January 2, 2024

दिल का गीत गाता हूँ

दिल का गीत गाता हूँ


लफ्ज़ भीगी खामोशियों में 
आईना सच  दोहरा रही
दिल मगर मानता नहीं
बेजुबानियों का कीमत नदिया

इश्क की राहों में 
कहानियाँ बसा रही
रातें बिताई सपनों की छाँवों में
बयां करता हूँ अब आँसू बहुत हूँ

धूप में छुपा सितारों का सफर रहा
मोहब्बत की राहों में उम्मीदों की बूंदें
तेरे बिना हर लम्हा बेरहमी से कहता हूँ
ख्वाबों की गलीयों में राह खोजता हूँ

हर ख्वाब में तेरी मुस्कान बसा रहा
सितारों की रातों में
दिल का गीत गाता हूँ
प्यार की कहानी लबों पर सजा रहा


रचना 
जी आर कवियूर
 03 01 2024

Monday, January 1, 2024

दिल को रुला दिया

दिल को रुला दिया

आपकी नजरों ने 
मुझे गुमराह कर दिया
हाल किसे बताऊं
बेखबर कर दिया

ख्वाबों का जहाँ है
दिल बेहला बैठा
रातें सुनाती हैं
कहानी वो बीता दी

चाँदनी की रातों में
बूंदें गिरा दी
इश्क की बहारों में
दिल को बहला दिया

दर्द की राहों में
खो गया हूँ मैं
आँसूओं की बूंदें
रातों में बहा दी

बेहद तन्हा हूँ
तेरी बातों में
चाँदनी की रातों में
दिल को रुला दिया

रचना 
जी आर कवियूर
 02 01  2024