हर एक बार तुझे मिलने की
कोशिशें में हार गया हूं
मगर तुम मेरी शायरी
कागज कलम पे उतर आती हो
रातों की तन्हाई में तेरी बातें
ख्वाबों में सवार हो जाती हैं
दिल की धड़कनों में बसी है
तेरी मुस्कानों की छाया
बर्फीली सर्दी की रातों में
तेरी यादों में गर्मी है
मोहब्बत की राहों में
हर कदम पे तेरी रौशनी है
आँखों में छुपी बातें हैं
तेरी मुस्कानों की कहानी है
तेरे बिना जीना मुश्किल है
तू हर पल मेरे दिल में बसी है
सवेरे की धूप में बुढ़ापे की
एक नई शुरुआत है
तेरी बातों का मेरे दिल पर
राज़ है, सच है, ख्वाब है
तू मेरी रूह का हर एक हिस्सा
तू है मेरी ज़िंदगी की ताजगी है
रचना
जी आर कवियूर
30 01 2024