Sunday, January 14, 2024

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते


आँखों में छाई रातें, 
दिल में बैठी बातें
ख्वाबों की सागर में, 
खोया हुआ सफर

चाँदनी रातों में, 
छुपी है बातें पुरानी
गीतों की मेहफ़िल में, 
दिल की तराना है

रिश्तों की कहानियों में, 
बसी है ज़िन्दगी की मिठास
सितारों की चमक में,
छुपा है राज़ यही
सपनों की उड़ान में,
 है छुपी मेरी कहानी

दिल की धड़कनों में,
बसी है एक सौगात
सुबह की किरनों में, 
छुपा है एक नया सवेरा

बारिश की बूँदों में, 
है छुपा एक पल
फूलों की खुशबू में, 
है छुपा एक राज़
मुस्कान की मिठास में, 
है छुपी खुशियाँ बेहद खास।

तेरे नाम जाब्ते जाब्ते
होश और आवाज खो बैठे
जीवन की सुरताल भी
बेसुर हो गए


रचना 
जी आर कवियूर
 13  01 2024

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