ज़िन्दगी का सहारा
मेरे नियत आप जानिए
ऐतबार रखो जरा
हम कितना चाहते हैं
दिल से महसूस करो
तेरे बिना रहा ना जाए
इश्क़ में हूँ बेहका
ये रातें लम्बी हैं
तेरी बातों में उलझा
ख्वाबों में तुझे मिलूँ
दिल को है ये ख्याल
बे-हिसाब है तेरा प्यार
ये दिल है दीवाना
चाहत की राहों में
बिछाए हैं सपने
तेरे इन आँखों में
मेरे दिल की बातें
पलकों पे बिछाए हैं
दर्द-ओ-ग़म के सितारे
तेरे होने से है रौशनी
बनी रहे ये कहानी
ज़िन्दगी का हर मोड़
तेरी मुस्कान सा हो
बेहद है तेरा इंतजार
इस दिल की धड़कन सा हो
सफर ये तेरे साथ
बना रहे हमेशा
तू मेरी मोहब्बत
है मेरी ज़िन्दगी का सहारा
रचना
जी आर कवियूर
17 01 2024
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