Tuesday, January 16, 2024

तेरा एहसास

तेरा एहसास

महफिल में सजी है
बातों  की  रंगत में
गजलों में तेरी महक
सारंगी में बाजी तन्हाई

चाँदनी रातों में,
 तेरी यादों का सिलसिला है
 दिल की दास्तान में, 
तेरा ही जिक्र है बसा हुआ

 रात भर तेरे इश्क में, 
खोये हैं हम दीवाने
 चाँद से गुज़रता है,
 तेरी बातें हवाओं में

 तेरे इश्क में जलते हैं, 
दिल के अरमान प्यारे
 रंगीन है जिंदगी, 
तेरी मुस्कुराहट में

 छुपी है तेरी आँखों में,
 एक खास बात कहानी
 ख्वाबों में आके, 
तू मेरे दिल में बस जा
 दिल की दुनिया बसा के,
 तू ही मेरी मंजिल है

 मौसम बदल गए हैं, 
तेरी यादों का असर है
 हवाओं में घुल गया, 
तेरा इश्क का नशा है
 मेरी हर धड़कन में, 
तेरा एहसास है।

रचना 
जी आर कवियूर
 16  01 2024

No comments:

Post a Comment