मेरे दिल में भी
आंख मिचोली खेलें
तेरी याद आज भी.
बरसात की बूंदे पर.
मुझे तेरी पायल की
झंकार सुनाई देती है..
अंबर में.निकली.चांद में..
तेरी मुस्कान नजर आती है.
सागर की लहरें.
जब लौट जाती है.
तेरी रूठना मुझे..
महसूस.कर देती है.
कोयल की बोली में.
बांसुरी की धुन में..
मोर की नाचने में.
मेरे दिल में भी.
तू ही तू है.
जी आर.कवियूर
28 10 2022