Wednesday, October 26, 2022

कुछ तो बोलो

कुछ तो बोलो

भूलनl चाहा.
मगर  हो नहीं सकता.
तेरे बिन नहीं जी सकता.
संघर्षों से जूझता रहा.
समझौता नहीं हो सकता
तेरे बिना जी नहीं सकता.

जिंदगी की इस कश्ती में.
तेरे बिना लंगर नहींडाल सकता.
सागर की गहराइयों तक.
तेरे दिल में डूबना चाहा यारा.

तू कितने भी न करो.
मैं हार नहीं मानने वाला..
कल्पअंध.तक तेरा पीछा 
नहीं छोडूंगा सनम. 

यह मेरी  दिल लगी है.
और खामोशियों को
बरदास नहीं कर सकता.
कुछ तो बोलो मेरे यारा.

जी आर.कवियूर.

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