Thursday, October 20, 2022

घायल कर दिया

घायल कर दिया

आखिर तूने.मेरी बात का..
बुरा क्यों मान लिया.
तुझे देख कर..
 झलक उठे जाम भी.

हाय यह कुदरत ने 
क्या चीज बनाई है.
चौपाया.और नहीं 
पाया पछताया.

मोहब्बत तेरे बारे में.
सोचेतो भूल गया.
सब कुछ,.मैं अपने को
भी भूल चुका..

यह क्या जादू है.
कितना भी छुपाए तो भी.
उभर आया दिल में..
तेरे खयाल घायल कर दिया

जीआर कवियूर
21 10 2022

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