खो चुका हूं (गजल)
जी.आर.कवियूर
याद रखता हूं.
तेरे याद सखी..
बीते हुए दिनों की..
सपनों में जीता हूं.
आने वाली कल को भी.
सोचना भूल चुका हूं.
इस तरह और कितने दिन.
बिकाऊ इस हाल में..
तेरी खामोशियों के.
पल पल खा जाती है.
दिन रात एक कर.
चाहतों के भीड़ में.
खो चुका हूं
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