मेरी आत्माविष्कार ---- जी आर कवियूर
विदेश में भी देश की खोजमे
Wednesday, October 12, 2022
दिल नहीं.भरतl
दिल नहीं.भरतl
जी.आर.कवियूर
दिल यह बेकाबू
.तेरे सिवा
.संसार में.
जी नहीं सकता.
तेरी मोहब्बत ने.
मुझे घायल कर दिया.
कब तक जिए..
तेरी यादों के.
सपनों में सनम..
जितना भी..कहो.
तेरे.बारे में.
कम.पड़ता है.
मेरे लिए.हाय
दिल नहीं.भरतl सनम
13 10 2022
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