आंखें भर आई।
जब कोई तेरे याद आए
आंखें भर आई
दिल को छू जाए, दर्द बहुत जाए
सपने में वो तेरा मुस्कान साथ लाए
रातें लम्बी, तू हो यादों में
चाँदनी से रौंगतें, हैरान हैं
बूंदें गिराएं, दिल की धड़कन में
पलकों पे हंसी, ख्वाबों में भटके
दिल में बसी, एक दुनिया ख्वाबों की
इश्क में है सच, सच में है राज़ी
तू है मेरी रौशनी, चाँदनी की बहार
जब कोई तेरे याद आए, आंखें भर आई।
रचना
जी आर कवियूर
07 01 2024
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