Saturday, August 13, 2022

आजादी ही अमृत है ll

आजादी की अमृत है ll
नदियां अनेक है 
सागर तो एक है 
जिंदगी एक है 
रंग.तो अनेक है 
सत्य ही नेक है.
तरंग तो अनेक है.
तिरंगा तो प्यारी है.
आतंक तो बुरा है.
सात रंग की इंद्रधनुष्य है.
शिव की रंग.का.सफेद है..
मन ही सुंदर है.
तेरी मेरी संग ही..
अनेक में. एक है.

जीआर..कवियूर

13 08 2022

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