जन्मों के बाद भी खोज रहा हूँ तुझे (ग़ज़ल)
मैं तो हर दिल हारा, तेरी राहों में खो गया
तेरे ख्वाबों में खुद को पाया, तेरे प्यार में सो गया
गुज़रे समय के पल, यादें बन कर रह गईं
तेरी हंसी की गूंज, अब भी दिल में बस गईं
जन्मों से मैं तुझसे मिलने की राह में था
मृत्यु से परे, मैं अब भी तेरे ख्वाबों में था
तेरे बिना यह जहां कुछ भी अधूरा लगता है
तेरे आने से ही तो सब कुछ पूरा लगता है
कभी मैंने तुझे खोजा जीवन के हर मोड़ पर
अब खोजता हूँ तुझे, जन्मों के बाद भी तेरी क़दमों में
क्योंकि तुझसे जुड़ा है हर सांस मेरा
तेरे बिना हर पल जैसे एक ख़ाली बवंडर है
जी आर अभी भी तुझसे मिलने की तलाश में है
तेरे बिना जीवन, एक ख्वाब सा टूटता जा रहा है
जी आर कवियूर
13 12. 2024
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