तेरे नैनों का जादू (ग़ज़ल )
तेरे नैनों के इशारे मुझे,
घायल ही कर देते हैं।
सपनों के हर किनारे मुझे,
बेखुद सा कर देते हैं।
उनमें बसी है एक खुमारी,
दिल में अजब बेचैनी है।
तेरी झील सी गहरी नज़रें,
हर दर्द भर देती हैं।
पहली बार जब तुझसे मिला,
वो मंज़र कैसे भूलूं मैं।
तेरे नैनों में जो देखा,
हर पल बस वही लेकर जीता हूं।
शायर जी.आर. करते ये सदा,
तेरी नज़र का जादू रहा।
हर सांस तुझसे बंधी हुई,
तेरा दीदार है आरज़ू सदा।
जी आर कवियूर
13 12. 2024
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