Wednesday, December 25, 2024

तेरे नाम का सहारा (ग़ज़ल)

तेरे नाम का सहारा (ग़ज़ल)

तेरी मोह, मोह से ही जीने का सहारा है
तेरे नाम की राह को पाना हमारा सहारा है।

हर सुबह तेरे सूरज की रोशनी से सजी है,
हर रात चाँदनी में तेरा चेहरा उतारा है।

तेरी हंसी में जैसे फूलों की खुशबू बसी हो,
तेरी बातें सुनकर हर दुख को हमने हारा है।

तेरे बिना ये जीवन सूना-सूना सा लगता,
तेरे संग ही हर पल में सारा सुख हमारा है।

जो भी मिला इस दिल को, तेरा ही तो करम है,
तेरा प्यार ही हमने इस दुनिया में संवारा है।

जी आर जो जीता है उनके यादों के सहारे,
हर सांस में बसा तेरा नाम हमारा है।

जी आर कवियूर
25-12-2024



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