किसके प्यार में सुनाए (ग़ज़ल)
किसके प्यार में सुनाए
दिल में जो धड़का हुआ गीत।
हर धड़कन में बस गया,
इक अजब सा छुपा हुआ मीत।
शबनमी एहसास कहां,
शब्दों में लाएं वो प्रीत।
आंखों से छलक पड़े,
प्यार का हर मधुर संगीत।
तेरा नाम हर धड़कन में,
हर सांस तेरी है प्रिय।
कैसे छुपाऊं दिल का राज़,
हर गीत में छिपा तेरा उजास।
हर छंद में तेरा चित्र,
हर शब्द है तेरी स्तुति।
कहने को स्वर्ग है प्रेम,
पर इसमें है दर्द भी अति।
जी आर ने जब दिल से पुकारा,
मिल गया आत्मा का सच्चा सुख।
प्रेम नहीं कोई धर्म,
हर हृदय है इसका मुक।
जी आर कवियूर
12 12. 2024
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