जीवन बना रहता है, उम्मीद भी बनी रहती है,
दर्द के बादल दूर होते हैं जब,
माँरा दर्द बिना बरसे, सहारा देता है,
जीवन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता बन जाती है एक शक्ति।
लक्षणों को समय पर पहचान कर, सिर्फ दवा नहीं,
आशा के रंगों से भरता है, स्वास्थ्य की राह,
खर्चे घटाकर, प्राणों को बचाता है,
नई दिशा खोलता है, जीवन फिर से जीवन बन जाता है।
जी आर कवियूर
13 11 2024
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