जीवन नहीं पूछेगा, क्या है तेरी इच्छा,
तेरे रास्तों पर बस अपने सपने बिखेरेगा।
शांति पाने का बस एक ही तरीका है,
जीवन को नम्रता से स्वीकार करना ही विधि है।
सब कुछ बदलता रहेगा, कभी स्थिर न होगा,
दिन गुज़रेंगे यहाँ, दुःख के साथ भी।
पीछे मुड़कर मत देख, आगे बढ़ता जा,
जीवन के सबक को दिल से पहचान।
हमारे सारे सपने पूरे नहीं होंगे,
पर हर खोया पल एक सबक बन जाएगा।
स्वीकार कर ले, तो जीवन खुशी से भर जाएगा,
खोज में मन एक ब्रह्मांड बन जाएगा।
स्वीकार करने में ही शांति है।
जी आर कवियूर
17 11 2024
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