तेरे संग बिताए जो वो पल,
यादों से नहीं मिटता ये दिल।
सावन-भादो बीते जाए,
निकली तू फिर भी मन में छाए।
रह गई बातें पुरानी आज भी,
धड़कनों में वो कहानी आज भी।
तेरी हंसी की गूंज सूनापन भर दे,
तेरी यादें मेरी तन्हाईयों में घर कर ले।
कभी तेरे ख्यालों में खो जाता हूँ,
तेरी तस्वीर से बाते कर जाता हूँ।
आँखें भरी हैं पर आंसू नहीं आते,
जैसे कोई दर्द छुपा है पर बयान नहीं कर पाते।
हर शाम तेरा इंतजार रहता है,
सपनों में तेरा दीदार रहता है।
तेरे बिना अधूरी सी लगती जिंदगी,
तेरी यादों में फिर जीता हूँ हर घड़ी।
जी आर कवियूर
04 11 2024
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