भुलाने की कोशिशें
मेरी किस्मत की लकीरों पे लिखा है,
तेरे बिना जीने का अब क्या सिला है।
तेरे साथ बिताए पल अब हैं यादों में,
हर खुशी की राहों में बस तेरा ही सिला है।
आँखों में आंसू, दिल में दर्द छुपा है,
तेरे बिना हर लम्हा अब अधूरा सा है।
खुशियों की दुनिया अब वीरान सी लगती,
तेरे बिना ये दिल बस एक सिला है।
तेरे नाम से हर सांस में ग़म बसा है,
किस्मत ने मुझसे तेरा चेहरा छीन लिया है।
भुलाने की कोशिशें सब बेकार हैं,
हर ख्वाब में तेरा ही साया छा गया है।
जी आर कवियूर
28 09 2024
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