"आज में जीओ"
आज की धूप में छुपा सुख है,
कल की चिंता में क्यों बंधक दुख है।
हर पल में नयी खुशियाँ मिलतीं,
बीते लम्हों की यादें बस हलचल करतीं।
मन की आवाज़ को सुनो ध्यान से,
छोटी-छोटी खुशियाँ बाँटें जीवन के रंग से।
हर फूल की खुशबू में छुपा आनंद है,
हर नदी की धारा में जीवन का संदेश है।
सांसों में मौज, दिल में गीत,
हर क्षण जी लो, यही है प्रीत।
भविष्य की चिंता छोड़ो,
आज में रहो, जीवन हो रोशन।
हर कदम में बस आनंद छुपा,
आज का पल है सबसे शुभा।
मन में उमंग, आँखों में चमक,
हर दिन जीते रहो बिना किसी डर के।
जी आर कवियुर
19 12 2025
(कनाडा, टोरंटो)
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