तालों में बजते राग, समुद्र की लहरें गुनगुनाएँ,
अंधकार में खिलते प्रकाश, रहस्य चुपचाप राह दिखाएँ(2)
महाद्वीप अपनी कहानियाँ बुनते,
सितारे आँसुओं में गुनगुनाते।
इंद्रधनुष मुस्कुराए, रंग बिखेरते,
समय के पग में सपने जागते(2)
तालों में बजते राग, समुद्र की लहरें गुनगुनाएँ,
अंधकार में खिलते प्रकाश, रहस्य चुपचाप राह दिखाएँ।
मोती जैसे गिरते श्वास,
विचार यात्रा करें ज्ञान के मार्ग।
सत्य और न्याय रखे मार्गदर्शन,
सात नियम, जीवन में प्रकाश(2)
तालों में बजते राग, समुद्र की लहरें गुनगुनाएँ,
अंधकार में खिलते प्रकाश, रहस्य चुपचाप राह दिखाएँ।
एक बार पाया, जादू कभी नहीं छिपता,
सारा ब्रह्मांड एक ताल में, रहस्य जगाता।
तालों में बजते राग, समुद्र की लहरें गुनगुनाएँ,
अंधकार में खिलते प्रकाश, रहस्य चुपचाप राह दिखाएँ(2)
जी आर कवियुर
24 11 2025
(कनाडा , टोरंटो)
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