Friday, November 14, 2025

अकेले विचार – 124

अकेले विचार – 124

संतोष हृदय को पूरा भर देता है,
शांत मन में सुख की बयार बहती है।

स्नेह फैलता है और करुणा चमकती है,
मन में विनम्रता पनपती है।

स्वास्थ्य सच्ची राहत का परिचय है,
जीवन खुशियों से जगमगाता है।

कष्टों को पार कर शांति मिलती है,
बुद्धिमानी रास्ता दिखाती है।

सत्य जीवन को समृद्ध बनाता है,
निर्धनों के प्रति प्रेम महिमा बनता है।

अहंकार घटता है, करुणा बढ़ती है,
मित्रता हृदय में मुस्कुराती है।

जीवन के मार्ग स्पष्ट और उज्ज्वल हो जाते हैं,
संतोषी आत्मा का संसार सुखमय है।

जी आर कवियुर 
13 11 2025
(कनाडा , टोरंटो)

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