Tuesday, October 7, 2025

मोरे पिया। (ग़ज़ल )

 मोरे पिया। (ग़ज़ल )

दिलमे अपना बनाकर सच्दे पिया,
दाग जो लगे नैननमे मोरे पिया।

तेरी हँसी में बसी है मेरी दुनिया,
हर पल तेरा ही ख्याल है मोरे पिया।

चाँदनी रातों में तेरा दीदार चाहूँ,
सपनों में बस तुझको ही पाऊँ मोरे पिया।

फूलों की खुशबू में तेरा नाम सजाऊँ,
तेरी यादों में हर घड़ी बहाऊँ मोरे पिया।

मौसम भी तेरे प्यार की गवाही दे,
हर एक बूँद कहे बस तेरा ही राज़ मोरे पिया।

जी आर की ये मोहब्बत बनी रहे सदा,
दिल के हर कोने में तेरा ही असर मोरे पिया।

जी आर कवियुर 
07 10 2025
(कनाडा, टोरंटो)

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