Friday, October 24, 2025

याद और जाम (ग़ज़ल)

याद और जाम (ग़ज़ल)

याद ने मुझे सताया,
जाम ने भी सताया(2)

हर रात तेरी यादों में खो गया,
हर जाम में तेरी तस्वीर सताया(2)

मोहब्बत की राह में तनहा चला,
हर कदम पर तेरी याद सताया(2)

संगीत की ताल में हर सुर गूँजा,
हर धुन में तेरी हँसी सताया(2)

तेरी आँखों में जो देखा,
हर पल में तेरा जादू सताया(2)

जमाने को क्या खबर,
जी आर का दिल तुझ पे सताया(2)

जी आर कवियुर 
23 10 2025
(कनाडा, टोरंटो)

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