हिन्दी है प्यारी भाषा,
भारत की सच्ची आशा।
मिलकर दिलों को जोड़ती,
संसार में पहचान देती।
माँ के स्वर सी मधुर ध्वनि,
राष्ट्र का यह गौरव गगन।
संस्कृति का है यह आभूषण,
हर मन का अमर आलोकन।
विश्व में फैले इसकी महिमा,
प्यार, शांति और सत्य की रीतिमा।
हिन्दी का रखो मान सदा,
यही है जीवन का संदेश सदा।
जी आर कवियुर
१४ ०९ २०२५
(कनाडा, टोरंटो)
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