Friday, September 12, 2025

अकेले विचार – 115

अकेले विचार – 115


एक मुस्कान अंधेरी रात को रोशनी देगी,
आशा खिलेगी और दिल चमक उठेगा।
खुशी धीरे-धीरे दर्द में गूंजेगी,
तूफ़ान कटेंगे, सूरज फिर चमकेगा।

चमकती आंखें मन को शांत करेंगी,
प्यार में ही ताकत हमें मिलेगी।
मुरझाए चेहरे मिट जाएंगे, दिल ठीक होगा,
दोस्तों के साथ हिम्मत बढ़ेगी।

मुलायम हँसी आत्मा को चंगा करेगी,
शांति लौटेगी और मन भर जाएगा।
कठिनाइयाँ लंबे समय तक नहीं रहेंगी,
जीवन गाने में रोशन होगा, और उजाला फैलेगा।

जी आर कवियुर 
12 09 2025
( कनाडा, टोरंटो

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