हरे कृष्णा द्वारकावासी श्रीकृष्ण
तुम ही शरण शरण
देवदंती बज उठी
दैत्यसंहारक बनकर आए
दिव्यवीर्य चमक उठा
मन में दर्शन हो द्वारकावासी श्रीकृष्ण का
हरे कृष्णा द्वारकावासी श्रीकृष्ण
तुम ही शरण शरण
दीपप्रकाश फैल गया
दुष्कर्म नष्ट करने वाले
दिव्यगंध बिखेरी
दुखहरता हमारे संग
हरे कृष्णा द्वारकावासी श्रीकृष्ण
तुम ही शरण शरण
द्वारका और पुण्यभूमि
दासभाव जगाने वाले
दीप्त बनता है हृदय में
दिव्यप्रेम भरता जीवन में
हरे कृष्णा द्वारकावासी श्रीकृष्ण
तुम ही शरण शरण
जी आर कवियुर
25 09 2025
(कनाडा , टोरंटो)
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