दिल न खोओ जब शक उठे,
हिम्मत रखो, नज़रें उठे।
सोने से बढ़कर दमक है अंदर,
सच्चाई बिखेरती है जीवन का सुंदर।
आवाज़ें पूछें, साया गिरे,
खुद पर भरोसा सब ऊपर करे।
लोहा मज़बूत, सोना तौला,
पवित्रता का नूर न कभी डोला।
गर्व से चलो, आत्मा दमके,
रास्ते में विश्वास, ज्ञान चमके।
हर कदम में उजियारा लाए,
तुम दीप बन अंधेरा मिटाए।
जी आर कवियुर
15 09 2025
( कनाडा, टोरंटो)
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