किसी की पीड़ा देखकर,
गहराई से सीखो इसे।
निराशा में मत हंसो,
दिल को करुणा से जोड़ो।
साहसपूर्वक धैर्य रखो,
उनकी आँखों में चमक देखो।
आने वाले दुख को समझो,
कल की परीक्षा में याद रखो।
मजाक के लिए रास्ता मत बनाओ,
मदद के लिए हाथ बढ़ाओ।
अपने अंदर की पीड़ा में,
दयालुता और सौम्यता भरो।
जी आर कवियुर
10 09 2025
( कनाडा, टोरंटो)
No comments:
Post a Comment