अच्छे बीज सुबह में जागें,
धूप में ऊँचाई भागें।
बारिश चूमे धरती प्यारी,
जड़ें पवन संग बाँहें डाले।
शुद्ध मिट्टी रखे सँभाल,
धूप करे जीवन का जाल।
ठंडी हवा खेत सहलाए,
फसल सुनहरी मुस्काए।
सावधानी से बीज चुनो,
प्रकृति का आशीष सुनो।
मेहनत से खेत सजाएँ,
हरे सपने नभ तक जाएँ।
जी आर कवियुर
08 08 2025 ,10 :45 am
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