Tuesday, August 19, 2025

अकेले विचार – 104

अकेले विचार – 104

सुनना एक अनमोल दान है,
दिल खोलकर मिलता सम्मान है।

मौन सजाता मन की शांति,
शब्द जगाते अक्सर भ्रांति।

शांत धरा पर सत्य खिले,
वाणी से रिश्ते अक्सर हिले।

आधी बातें मौन कह जाएँ,
स्नेह की लहरें मन बहलाएँ।

धैर्य से उपजता है बंधन,
ध्यान से मिलता है जीवन।

हर वाक्य सोच-समझ कर बोलो,
ज्ञान का दीपक हृदय में खोलो।

जी आर कवियुर 
20 08 2025
(कनाडा , टोरंटो)

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