Wednesday, August 6, 2025

अकेले विचार – 98

अकेले विचार – 98

पल किसी का इंतज़ार नहीं करते,
घड़ी हमेशा चलती रहती है।
इच्छाएँ बादलों-सी तैरती हैं,
आशा विश्वास से बहती है।

इस सफ़र में वापसी नहीं होती,
हर धड़कन नई दास्तां लिखती है।
क्षणिक मुस्कानें खिल जाती हैं,
खुशियाँ उम्र की मोहताज नहीं होतीं।

सितारों के पीछे चलो बेपरवाह,
बरसात में थिरकते रहो।
पछतावे बिना आज को जी लो,
हर सवेरा जीवन का वरदान है।

जी आर कवियुर 
06 08 2025

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