"हर राह पे तेरा नाम लिखेंगे" (ग़ज़ल)
तेरे लिए दिल में चुपचाप दीप जलाएंगे हम,
हर राह पर तेरा नाम बस सजाएंगे हम।
वादों में कभी भी न होगा कोई छल हम,
हर मोड़ पर वफ़ाओं से पेश आएंगे हम।
तू खामोश भी रहे तो जान लेंगे हम,
तेरी धड़कनों में अपना नाम पाएंगे हम।
तेरे बिना ये मौसम अधूरे लगेंगे हम,
हर पल तुझे याद कर सजदों में झुकेंगे हम।
जो कहा नहीं वो भी तुझ तक कहेंगे हम,
इक रोज़ तुझे अपना बना ही लेंगे हम।
'जी आर' ने दिल की हर दास्ताँ तुझसे जोड़ दी,
अब तुझसे जुदा हो पाना नहीं चाहेंगे हम।
जी आर कवियुर
२६ ०५ २०२५
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