अगर जीवन एक किताब है,
तो हर पन्ना एक अनुभव बन जाता है।
कुछ पन्ने दुख की भारी बारिश से भरे होते हैं,
कुछ हमें खुशी के रास्ते पर ले जाते हैं।
कुछ उत्साह से भरी कहानियाँ कविताओं जैसी होती हैं,
जीवन कदम-कदम पर आगे बढ़ता है।
हमें हर मौके के साथ तालमेल बिठाना आना चाहिए,
और बढ़ने वाली पंक्तियों के साथ ताल बनाना चाहिए।
कुछ यादें चुपचाप धीरे-धीरे मिट जाती हैं,
नए पल नए दरवाज़े खोलते हैं।
पन्ना पलटे बिना रुकना नहीं चाहिए,
क्योंकि आगे नए दृश्य इंतज़ार कर रहे हैं।
जी आर कवियुर
१५ ०५ २०२५
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