कुछ लोग हमें भूल जाते हैं,
जब ज़िंदगी की भीड़ में खो जाते हैं।
पर कुछ ऐसे भी होते हैं,
जो बिना कहे हमें याद करते हैं।
उनके लिए हमें समय निकालना चाहिए,
ये फ़र्ज़ नहीं, बस एक सच्चा एहसास है।
उनकी यादें बिना आवाज़ के आती हैं,
जैसे खामोशी में बहती हुई हवा।
हम उनके लिए एक रौशनी संभालते हैं,
अंधेरों में चमकने वाली एक लौ की तरह।
जहाँ दिल रहते हैं, वहीं समय देना चाहिए,
क्योंकि वहीं जुड़ाव सच्चा होता है।
जी आर कवियुर
२३ ०५ २०२५
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