Thursday, May 8, 2025

एकांत विचार – 34



एकांत विचार – 34

ज़िंदगी एक किताब की तरह है
हर पन्ना कुछ नया लाता है
कुछ पन्नों में दुःख होता है
कुछ हमें खुशी से हँसाते हैं

अध्याय बदलते रहते हैं
उम्मीद नई राह दिखाती है
अगर एक क़दम आगे बढ़ें
तभी अगला क्या है, जान पाएंगे

अगर एक दरवाज़ा बंद हो जाए तो डरना मत
आगे नई राहें हमारा इंतज़ार कर रही हैं
पुरानी यादों को पीछे छोड़ सकते हैं
नई सुबह ज़रूर आएगी

जी आर कवियुर 
०८ ०५ २०२५

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