शिक्षक से प्रश्न"
यदि सूर्य शिक्षक है
इस संसार में शासक और प्रजा का स्थान कहाँ है?
जब प्रकाश फैलाने वाला शिष्य बन जाता है
नीले आकाश ने कैसे पाठ गाया?
विचारों को फैलाने से न्याय होता है
पक्षी चट्टानों पर पाठ लिखते हैं
मधु से भरे फूल भक्ति का आह्वान करते हैं
नदियाँ पार करना, सत्य की खोज करना
जब बादल छंट जायेंगे तो तुम्हें दीपक दिखाई देगा।
जब लय बढ़ती है तो जन्म पारदर्शी हो जाता है।
आवाजें चुपचाप आत्मा से जुड़ जाती हैं।
ज्ञान की अग्नि हृदय को प्रकाशित करती है।
जी.आर. कवियूर
21 05 2025.
No comments:
Post a Comment