एकांत विचार – 43
जिन्होंने तुम्हें प्यार दिया,
उन्हें दिल से सराहो।
जो मदद माँगते हैं,
उनकी ओर करुणा से हाथ बढ़ाओ।
जिन्होंने दुख दिया,
उन्हें माफ़ करने की भाषा बोलो।
चुपचाप दुख को भूल जाओ,
नई राह पर आगे बढ़ो।
जो छोड़कर चले गए,
उन्हें बिना दोष दिए चुप रहो।
जीवन की अगली यात्रा में,
प्यार के बीज बोते चलो।
जी आर कवियुर
१५ ०५ २०२५
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