एकांत विचार – 45
इंतज़ार की राह में एक पल ठहरता है
अनुभव धीरे से छू जाते हैं
सांझ की किरणें जब फैलने लगती हैं
हमारे सपने उजाले की तरह उठते हैं
कभी-कभी मौक़ा खुद खोलना पड़ता है
दृढ़ता जब राह बनती है, आशा जल उठती है
एक याद में मिलन सामने आता है
दिल से एक नई करुणा खिलती है
कई बार माहौल चुप रहता है
आवाज़ ही प्रेरणा बन जाती है
सच्चे यक़ीन से सफर जाग उठता है
वक़्त बदलते ही सफलता खुद पास आती है
जी आर कवियुर
१७ ०५ २०२५
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