Wednesday, July 24, 2024

याद अभी जगराते

याद अभी जगराते


भीगी सी रातें, वह मुलाकातें,
किए हुए बातें, याद अभी जगराते।

तेरी हँसी का रंग, बिखरा हर पल यहाँ,
तेरे बिना सूना, जैसे कोई सपना अधूरा।

चाँदनी रातों में, तेरा चेहरा चमकता,
तेरी यादों का सफर, दिल में सदा महकता।

तू है मेरी मंजिल, तू है मेरा रास्ता,
तेरे बिना ये सफर, लगता है बस एक किस्सा।

हर सुबह तेरी याद, हर शाम तेरा नाम,
तेरे बिना जिन्दगी, जैसे अधूरा एक पैगाम।

जी आर कवियूर
 24 07 2024

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