तारीफ करूं कैसे
हम तेरे हुस्न की
तारीफ करूं कैसे
क्या बताएं कि
मैं गुजरे हुए दोनों
की याद में थे।
तेरे बिना ये दिल
बेक़रार रहता है,
तेरी राहों में हर पल
इंतज़ार रहता है।
तेरी मुस्कान में
जादू सा बसा है,
तेरे आने से ये जहाँ
खूबसूरत लगता है।
तेरे बिना ये शाम
तन्हा सी लगती है,
तेरी यादों में हर रात
बेख़ुदी सी लगती है।
तू जो मिले तो
जीवन में रंग भर जाए,
तेरे बिना ये दिल
सदा वीरान रह जाए।
जी आर कवियूर
25 07 2024
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