Tuesday, July 30, 2024

तेरे बिना ये दिल है

तेरे बिना ये दिल है

करवटें बदल बदल कर रात भर नींद ना आए  
तारे जैसे तेरी नैना की यादों में जो समाए  

आंसुओं से सजे हैं ये जख्म पुराने मेरे  
तेरी यादों के बंधन में दिन-रात बीत जाए  

तेरे बिना ये दिल है कैसे उदास रहता  
तेरी यादों में बसी हर सास महक जाए  

सपनों में तेरी तस्वीरें हैं बसी मेरी  
कभी गुनगुनाती, कभी चांदनी भी रो जाए  

तेरी यादों का जादू है अजीब, ए जान  
हर धड़कन में तेरा नाम रच बस जाए

जी आर कवियूर
 30 07 2024 

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